
बिज़नेस 10 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट निकाली जाए तो यकीनन 10 में से 10 लोग बिजनेसमैन होंगे और फिर चाहे वो लिस्ट राजस्थान की हो, गुजरात की हो, यू नो, व्हाट आई मीन या फिर पूरी इंडिया की हो इवन आप वर्ल्ड की लिस्ट भी चेक कर सकते हैं। ऑसर सेम होगा बिजनेसमैन वो बात अलग है कि 10 में से आठ लोग गुजराती होंगे और आज जो 10 मूवीज़ में तुम्हें पता नहीं मैंने वाला हूँ उसके लिए मैंने कोई बाउंडरीज़ नहीं रखी, कहीं से भी है, कुछ गुजरात से है, कुछ बॉलीवुड से है और कुछ हॉलीवुड से है। मतलब ज्यादातर हॉलीवुड से है जो तुम्हे बिज़नेस के बारे में तो काफी कुछ सिखाएगी साथ ही में एंटरटेनमेंट भी देगी।
Laal Singh Chaddha [2022]

दसवें नंबर पे है दो मूवीज़ फॉरस्ट गम और लाल सिंह चड्ढा। जब भी कोई मूवी बहुत ज्यादा पॉपुलर हो जाती है, उसके बहुत सारे रीमेक बनते हैं। फॉरस्ट गम मूवी का रीमेक बनाया था बॉलीवुड ने लाल सिंह चड्ढा नाम से मेरी मम्मी कहती थी कि जिंदगी गोलगप्पे जैसी उंदी है। पेट पलई पर जावे मन नहीं भरता। हमारे मेन कैरेक्टर का नाम होता है फॉरस्ट गम जो कि एक बिलो एवरेज स्टूडेंट होता है। लो आई क्यू होने की वजह से सिंपल चीजों को समझने में भी काफी ज्यादा डिफिकल्टी आती है, लेकिन उसकी सपोर्टिंग मदर और फोकस और कन्सिस्टेन्सी की वजह से अपनी कॉलेज के अंदर ये काफी बेहतरीन फुटबॉल प्लेयर बनता है। फिर अपनी कंट्री के लिए आर्मी में सर्वे भी करता है और उसके बाद पिंक पोंग प्लेयर बनता है। वो भी काफी ज्यादा कमाल का और सबसे कमाल की बात। तो यह है कि फॉरेस्ट गम यहीं नहीं रुकता, बहुत सारी चीजें करने के बाद अपने एक दोस्त के साथ काफी कमाल का बिज़नेस शुरू करता है। फॉरेस्ट गम काफी सिंपल है, चीजों को बहुत ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड नहीं करता है, वही काम करता है जो उसके दिल को पसंद आता है। मूवी आपको डेफिनेटली बिज़नेस के बारे में काफी कुछ सिखाती है। लेकिन लाइफ के बारे में मुझे लगता है ज्यादा सिखाती है। आपको अपनी लाइफ में बहुत बड़ा करने के लिए सबसे अलग होने की जरूरत नहीं है। अब आप डिसाइड करें कि आपको लाल सिंह चड्डा देखनी है या फिर फॉरेस्ट, लेकिन अगर आपकी जगह मैं होता तो दोनों देख लेता, क्योंकि दोनों ही काफी बढ़िया मूवीज़ हैं।
The Social Network [2010]

द सोशल नेटवर्क, जो कि एक डॉक्यूमेंट्री है। मतलब की रियल स्टोरी पर। जिसमें एक लड़के ने कॉलेज के टाइम पर एक ऐसी वेबसाइट बनाई जिसने इंटरनेट को देखने का नजरिया ही बदल दिया। एक छोटे से आइडिया से शुरू हुई कंपनी इतना बड़ा इंटरनेट का हॉब बन जाएगी, पता भी नहीं था। मैं बात करता हूँ फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग की। अगर फेसबुक नहीं बनती तो शायद कोई सोशल मीडिया भी न होता और शायद इंटरनेट हमारे लिए सिर्फ एक ही है। नॉलेज के लिए होता, एंटरटेनमेंट के लिए नहीं। मूवी के अंदर आपको मार्क जुकरबर्ग की स्टोरी देखने को मिलती है कि कैसे उन्होंने फेसबुक बनाई, किनकिन लोगों ने उनकी मदद की और हमें सीखने को मिलता है कि जब भी कोई बिज़नेस का आइडिया आता है वो 100% परफेक्ट नहीं होता। टाइम के साथ वो बिलियन डॉलर की कंपनी भी बन सकती है। ये लाखों करोड़ो डॉलर का आइडिया हो सकता है। आज के टाइम हर किसी बिज़नेस को डिजिटल ले जाना जरूरी है और मुझे लगता है ये मूवी हर किसी को देखनी चाहिए क्योंकि इस मूवी के अंदर जीस लेवल की एक्टिंग देखने को मिलती है। वो तो कमाल की है ही, साथ में पास्ट प्रेसेंट और फ्यूचर के अंदर जीस तरह से टाइमलाइन शिफ्ट करती रहती है। उसकी वजह से बहुत ही कमाल की टेंशन बनी रहती है। रहती है। पूरी मूवी के अंदर इस मूवी को एक मास्टर पीस कहना कोई भी गलत बात नहीं होगी। आपको ये मूवी नेटफ्लिक्स पर देखने को मिल जाएगी।
The Wolf Of Wall Street [2013]

वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट हम बिज़नेस की बात करें और शेयर मार्केट ना आए और ये मूवी शेयर मार्केट को नंगा कर देती है। क्या ये सब लीगल? बिल्कुल भी नहीं। वैसे तो इस मूवी को मैंने कॉमेडी के लिए देखा था लेकिन बिज़नेस के बारे में भी काफी कुछ पता चलता है। वैसे तो इस मूवी को देखने के बाद तुम्हें यकीन होगा नहीं, लेकिन ये मूवी एक ट्रू स्टोरी पर बेस्ड है। जोर्डन बेलफर्ट जिसने स्टॉक मार्केट में एंट्री ली थी एक छोटी सी नौकरी के साथ, लेकिन उसे जल्दी ही समझ में आ गया था कि पैसा कैसे कमाना है। इतना पैसा था कि समझ नहीं आ रहा था क्या? मतलब कि समझ सकते हो उसने कितने सारे पैसे कमाए थे। इस मूवी को मैंने बहुत ज्यादा बार देखा है तो इसके मुझे दो प्वाइंट ऑफ क्यूँ समझ में आते हैं? पहला ब्रोकर के तौर पर शेयर चाहे कचरा हो, किसी को भी झूठ बोलकर बेच दो। सेकेंड इन्वेस्टर के तौर पर ब्रोकर अपना शेयर बेचने के लिए कितना भी झूठ बोल सकता है। इस मूवी के अंदर तुम्हें शेयर मार्केट की काफी सारी डार्क साइड्स देख। दोनों को मिलती है लेकिन यही सच है। अब वो स्ट्रॉबेरी दुनिया तो है नहीं जो तुमने सोच रखी है। एंड मेक श्योर इस मूवी के अंदर काफी सारे अडल्ट कंटेंट भी हैं।
Guru [2007]

आज भारत में अंबानी फैमिली को हर कोई जानता है। आप भी जानते होंगे लेकिन क्या आप धीरू भाई अंबानी को जानते हैं? भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी के फादर जिन्होंने गांव में गाय का दूध बेचने की जगह बिज़नेस करना सही समझा? एक कहानी है धीरू भाई अंबानी की जिन्होंने अपना छोटा सा गांव छोड़ दिया। अपने सपने पूरे करने के लिए अपना बिज़नेस बनाने के लिए। मूवी की कहानी काफी ज्यादा इंस्पायरिंग है कि एक छोटे से गांव से निकला लड़का इतना ज्यादा सक्सेसफुल हो जाता है। इतनी बड़ी कंपनी बना लेता है। वैसे तो अभिषेक बच्चन को काफी सारी मूवीज़ के लिए क्रिटीसाइज किया जाता है, लेकिन गुरू मूवी के अंदर। इनकी एक्टिंग काफी ज्यादा अच्छी थी और ट्रस्ट मी। अगर आप इंडिया से हैं तो आपको ये मूवी 101% देखनी चाहिए। 2007 में इस मूवी का नाम है गुरू।
Scam 1992 [2020]

मूवी नहीं, एक वेब सीरीज है और ये भी एक रियल स्टोरी पे बेस्ड है। हर्षद शांति लाल मेहता बीएससी का अमिताभ बच्चन, हर्षद मेहता मैं बात कर रहा हूँ इंडिया की 2022 में सबसे ज्यादा वायरल वेब सीरीज। Scam 1992 रियल स्टोरी पर बेल्ट होने के अलावा इसकी सबसे खास बात है। ये इंडियन स्टॉक मार्केट को काफी आसानी से समझाती है। शेयर मार्केट इतना गहरा कौन आया है जो पूरे देश के पैसे की प्याज बुझा सके? आपको याद है, मैंने दसवें नंबर पे एक मूवी सजेस्ट की थी? द वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट। इसमें जो वुल्फ है उसका एक मीनिंग होता है जो इसमें समझाया जाता है। हर्षियत में था लोअर मिडिल क्लास गुजराती फैमिली से बिलॉन्ग करता था। काफी लंबे टाइम तक गरीबी में रहने के बाद उसने स्टॉक मार्केट में एंट्री लेने का सोचा और 1982 के अंदर 10,00,000 का लॉस लिया और फिक्स 10 साल बाद। आज 1992 के अंदर इंडिया में सबसे ज्यादा टैक्स भरने वाला बंदा बना और वो भी सिर्फ स्टॉक ब्रोकर। जब जेब में मनी हो ना तब ओनली में शनि होने से कोई फर्क नहीं पड़ा। वेब सीरीज तुम्हें बहुत कुछ सिखाती है पॉलिटिक्स के बारे में। स्टॉक मार्केट के बारे में बिज़नेस के बारे में, वो बहुत ही सिंपल तरीके से और एक छोटा सा लूप होल आपको इंडिया का सबसे ज्यादा अमीर आदमी कैसे बना सकता है? तो उसने सुना होगा इस आदमी के साथ स्कैम हो गया। लेकिन क्या आपने एहसास सुना है कि गवर्नमेंट के साथ स्कैम हो गया? हाँ इंडियन गवर्नमेंट के साथ एक तेलगी नाम के बंदे ने स्कैम कर दिया था। ये भी एक इंडियन वेब सीरीज है जो बात करती है। 2003 के स्कैम के बारे में। अब्दुल करीम तेलगी एक नॉर्मल फैमिली में पैदा हुआ था। पढ़ा लिखा भी था लेकिन कभी काम नहीं मिला। लेकिन 1 दिन उसका ध्यान पड़ता है। है इंडियन स्टेम पेपर पर जो कि इंडिया में 30,000 करोड़ का मार्केट होल्ड करता है और तेलगी ने फेक स्टेम पेपर बनाना स्टार्ट किया और वो फेक स्टेम पेपर को अरिजनल बनाने के लिए वो कहाँ तक चला जाता है? बिल्कुल भी इंस्पायर मत हो जाना इस वेब सीरीज से, लेकिन फिर भी वेब सीरीज एक नम्बर है। देखना मत भूलना
Rocket Singh [2012]

क्या ऐसा हो सकता है कि मैं तुम्हें एक मूवी दिखाऊं और उस मूवी से? मूवी को देखकर तुम अपनी जॉब क्विट कर दो और डायरेक्ट बिज़नेस करना शुरू कर दो। अगर आपको लग रहा है कि मैं कोई बकवास कर रहा हूँ तो ऐसा नहीं है। रॉकेट सिंह मूवी ने सेम काम किया था। इंडिया के अंदर लोग रॉकेट सिंह से इतनी ज्यादा इंफ्लुएंस हुए कि उन्होंने अपनी जॉब छोड़कर बिज़नेस करने का डिसाइड किया। मैं एक जोकर सरदार और तू एक रॉकेट सिंह सेल्समेन ऑफ द ईयर, 2009 की एक कॉमेडी ड्रामा बिज़नेससेन्ससमैन मूवी है, जिसमें एक रॉकेट सिंह नाम का बंदा सेल्समैन का काम किया करता था। सेल्समैन येस सर, बेचना आता है ऑफ कोर्स सर गुड मॉर्निंग माँ ऍम लेकिन जीस कंपनी के अंदर वो काम किया करता था। उसमें बहुत सारी प्रॉब्लम्स थी। और उन्हीं प्रॉब्लम को सॉल्व करके उसने एक नई कंपनी बनाई खुद के नाम से, वो भी ऑलमोस्ट न के बराबर इन्वेस्टमेंट के साथ। लेकिन जीस तरह से रॉकेट सिंह ने अपनी कंपनी बनाई उसको लीगल कह सकते हैं, नहीं कह सकते वो तो आपके प्वाइंट ऑफ क्यूँ पे डिपेंड करता है? लेकिन एक बात जो है रॉकेट सिंह आप इम्पैक्ट जरूर डाल देगा। पुराने बॉलीवुड की ये काफी ज्यादा कमाल की मूवी है। उम्मीद करता हूँ आप मिस नहीं कर सकते। और मैंने जस्ट अभी नोटिस किया कि ये अकेली मूवी है, जो फिक्शन है, किसी ट्रू स्टोरी पर बेस्ड नहीं।
Steve Jobs [2016]

स्टीव जॉब्स आपको अपने ऊपर कितना कॉन्फिडेंस है? स्टीव जॉब्स एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करते थे, जिन्होंने अपनी कॉलेज इसलिए ड्रॉप आउट कर दी क्योंकि उनकी फैमिली के पास पैसे नहीं थे और आगे चलकर उन्होंने ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनाई एप्पल। ज्यादा मैंने स्टार्टिंग में आपसे पूछा था कि आपको अपने ऊपर कितना कॉन्फिडेंस है? मान लीजिए आपने एप्पल कंपनी को बनाया है और आपको अपनी ही कंपनी से निकाल दिया जाए। आपका तो मुझे नहीं पता, लेकिन स्टीव जॉब्स को एप्पल द्वारा निकाले जाने के बाद उन्होंने दो और नई कंपनीज बना दी नेक्स्ट और पिक्सार्ड नाम से और शायद इसे ही कॉन्फिडेंस कहते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कोई बिज़नेस करते हैं। या फिर जॉब करते हैं। अगर आपको इंस्पेरेशन चाहिए तो आई थिंक स्टीव जॉब्स की लाइफ से ज्यादा बेहतर तो कुछ हो भी नहीं सकता। फिर चाहें आप मूवी देखें, डॉक्यूमेंट्री देखें या फिर आप चाहें तो बुक्स भी पढ़ सकते हैं।
The Founder [2016]

क्या बिज़नेस करने के लिए बिज़नेस का होना जरूरी है? सवाल थोड़ा सा पेंचीता है लेकिन आज का जवाब आपको मूवी में देखने को मिल जाता है। मैं बात कर रहा हूँ 2016 की द फाउंडर मूवी की, जो कि एक बायोग्राफी ड्रामा मूवी है। मैकडोनाल्ड्स के ऊपर कहानी सेट है 1950 के अंदर जो हमें स्टोरी बताती है। मैकडोनाल्ड्स के बारे में जीस तरह से एक ट्रैवलिंग सेल्समैन ने इतनी बड़ी कंपनी बनाई न मैकडोनाल्ड्स उसने शुरू किया न मैकडोनाल्ड्स उसका आइडिया था और न ही मैकडोनाल्ड्स। उसको वो बनाना आता था। मैं इतना जरूर कह सकता हूँ कि ये वाली मूवी आप लोगों के लिए काफी ज्यादा डिफरेंट एक्सपीरियंस होगी एंड आप बात करते हैं नंबर वन नंबर वन कोई और मूवी नहीं, मेरी वन ऑफ दी फेवरिट मूवीज़ है, जो मैं इतनी बार देख चुका हूँ, इतनी बार देख चुका हूँ। ये मूवी मेरे इतनी ज्यादा दिल के पास है कि जब भी मैं इस मूवी को देखता हूँ हमेशा एमोशनल हो जाता हूँ। और हमें ऐसा कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है और हर टाइम उतना ही ज्यादा मोटिवेटेड फील करता हूँ जितना शायद आज से पहली बार किया था। जब इस मूवी को देखा था और मैं तुम्हें यकीन दिला सकता हूँ कि अगर ये वाली मूवी तुम देख लेते हो तो ये मूवी तुम्हारी वॅन ऑफ़ दी फेवरिट मूवीज़ में से एक होगी।
The Pursuit of Happyness [2006]

जब भी मैं डीमोटिवेटेड फील करता हूँ, अपनी लाइफ के अंदर मैं बस यही मूवी देखता हूँ, कुछ नहीं। संदीप के वीडियो नहीं, कोई मोटिवेशनल स्पीकर नहीं, जस्ट आराम से बैठो और इस मूवी को एन्जॉय करो और इस मूवी को और भी ज्यादा हिटिंग बनाता है कि ये एक ट्रू स्टोरी पे बेस्ड है। मूवी का नाम है द परसूट ऑफ हैपीनेस क्रिस गार्डनर की लाइफ बहुत ज्यादा डिफिकल्ट होती है। ऊपर से और ज्यादा डिफिकल्ट हो जाती है जब उसकी जॉब चली जाती है। टाइम पे पैसा न देने की वजह से उसे वहाँ से निकल निकाल दिया जाता है। अपने बेटे को लेकर वो कहाँ जाएगा? उसके पास कोई भी जगह नहीं होती। एक इंटर्नशिप कर रहा होता है, इस उम्मीद में कि उसे छह महीने बाद जॉब मिलेंगे, लेकिन छह महीने तक उसे कोई भी पैसा नहीं मिलेगा। मुझे नहीं पता इस मूवी को देखने के लिए मैं तुम्हें कन्विंस कर पाया या नहीं कर पाया, लेकिन इससे ज्यादा बेहतरीन मूवी आई। थिंक और कोई भी नहीं हो सकती। ओके तो ये वाली लिस्ट यही पे समाप्त होती है।
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